5 Simple Techniques For hanuman chalisa
5 Simple Techniques For hanuman chalisa
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When he returns, he tells his scouting celebration what experienced happened, and they hurry back to Kishkindha, where Rama were waiting all together for news.
व्याख्या – श्री हनुमान जी परब्रह्म राम की क्रिया शक्ति हैं। अतः उसी शक्ति के द्वारा उन्होंने भयंकर रूप धारण करके असुरों का संहार किया। भगवान् श्री राम के कार्य में लेश मात्र भी अपूर्णता श्री हनुमान जी के लिये सहनीय नहीं थी तभी तो ‘राम काजु कीन्हें बिनु मोहि कहाँ बिश्राम‘ का भाव अपने हृदय में सतत सँजोये हुए वे प्रभु श्री राम के कार्य सँवारने में सदा क्रिया शील रहते थे।
जलधि लाँघि गये अचरज नाहीं ॥१९॥ दुर्गम काज जगत के जेते ।
On arriving, he discovered that there were many herbs alongside the mountainside, and did not wish to just take the wrong herb back. So alternatively, he grew to the scale of the mountain, ripped the mountain through the Earth, and flew it again towards the struggle.
Inside your palms, glow a mace and a flag of righteousness. A sacred thread adorns Your correct shoulder.
व्याख्या – श्री हनुमान जी महाराज राम के दुलारे हैं। तात्पर्य यह है कि कोई बात प्रभु से मनवानी हो तो श्री हनुमान जी की आराधना करें।
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जै जै जै श्री कुबेर भण्डारी । धन माया के तुम अधिकारी ॥ तप तेज पुंज निर्भय भय हारी ।..
खाटू वाला खुद खाटू से, तेरे लिए आएगा - भजन
Some time following this celebration, Hanuman starts using his supernatural powers on innocent bystanders as simple pranks, right until sooner or later he pranks a meditating sage.
You flew towards the Solar who's 1000s of many years of Yojanas away, thinking of him as being a sweet fruit.
व्याख्या – सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार वज्र एवं ध्वजा का चिह्न सर्वसमर्थ महानुभाव एवं सर्वत्र विजय श्री प्राप्त करने वाले click here के हाथ में होता है और कन्धे पर मूँज का जनेऊ नैष्ठिक ब्रह्मचारी का लक्षण है। श्री हनुमान जी इन सभी लक्षणों से सम्पन्न हैं।
व्याख्या – भजन अथवा सेवा का परम फल है हरिभक्ति की प्राप्ति। यदि भक्त को पुनः जन्म लेना पड़ा तो अवध आदि तीर्थों में जन्म लेकर प्रभु का परम भक्त बन जाता है।
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